Bewafa sad shayari – आज आप सभी के लिए Bewafa sad shayari | 500+ बेवफा सैड शायरी का collection ले कर आए हैं
दोस्तो आज कल लोग प्यार के नाम पे टाइम पास करते है जब तक मन किया बात किए उसके बाद ignore करने लगते हैं
जैसे की हम उनके लिए कोई माइने ही नहीं रखते हैं ये Bewafa sad shayari आप उनको जरूर भेजे
आज के समय मे लोग, प्यार के नाम पे धोका देते है
Bewafa sad shayari
बेवफाई का नाम तो बहुत सुना था,
लेकिन आज इसका अनुभव हो चुका है
और ऐसा करने के लिए बेवफा करना
मेरे अपने भाग्य के अलावा कोई
और नहीं, जो प्रेम से भरा हुआ है
अधूरा रह गया है।
समय आने पर समय पर जवाब न देने वालों का
क्या समर्थन होगा?
मुझे अपनी भावनाओं की सराहना भी पसंद है,
मैं किसी को हर दिन आने
और शिकार करने का जोखिम कैसे उठा सकता हूं!
कुछ टूटने की खबर आंसू है,
हमारे जीवन का अखबार आँसू है।
घटनाएं सभी हल्की हैं,
फिर भी भारी आँसू निकल रहे हैं।
संदेश” में नहीं बल्कि “स्थिति” के साथ,
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह कितना नाराज है,
वह इसे हर दिन याद करता है
हालांकि हजारों हैं, मैं इसमें आपका अपना दीपक हूं,
मुझे नहीं पता कि आप मेरे हैं।
मैं.आपको भी प्यार करने जा रहा हूं।
आज तो अवारस की बिरादरी में शामिल हो गया,
ले लो, मेरा प्यार भी आज अधूरा रह गया है…
यह मुड़ा हुआ कागज नहीं है,
यह एक कर्म है, भले ही आप इसे नहीं पढ़ते हैं,
मुझे लिखने की लत है।
जिंदगी का सबसे अच्छा खयाल हो तुम
इश्क़ और इबादत दोनों में बेमिसाल हो तुम
मैं भूल जाऊंगा कि आप खुद को बेवफा भूल गए हैं,
लेकिन मैं आपको दुनिया के सामने बेवफा कहकर बदनाम नहीं करूंगा।
जवाब है सब कुछ दे देना,
जो लोग मेरे रिश्ते की अहमियत को नहीं समझ पाए हैं,
वो अब भी मेरी बातों को क्या समझेंगे?
मैं आपको कितनी बार माफ कर दूं,
पिछली बार भी मैंने एक ही बात कही थी
कि अब ऐसी गलती नहीं होगी।
किसी से इतनी उम्मीद न करें कि
आशा के साथ-साथ आप भी टूट जाएं!
very sad bewafa shayari in hindi
हम से कहते थे की तुम बेवफा हो,
मगर हम जानते थे हम पर बेवफाई
का इलज़ाम लगा के अपनी
बेवफाई को छुपा रहे हैं..!!
जिंदगी में सिर्फ दर्द ही देखा है,
मोहब्बत में खुद से ज्यादा जिनपे किया था
भरोसा उन्हें भी बेवफा बनते देखा है।
चलो छोड़ो ये बहस कि वफ़ा किसने की,
और बेवफा कौन है, तुम तो ये बताओ
कि आज ‘तन्हा’ कौन है !!
रो पड़ा है आसमा भी मेरी वफ़ा को देख कर देख
तेरी बेवफाई की बात बादलों तक जा पहुंची !!
आदी रात को फिर उसकी यादों ने मुझे घेर लिया
आज फिर उसके खत पढ़के दर्दों को छेड़ लिया।
तेरी बेवफाई से टूट गए थे हम,
जिंदगी से रूठ गए थे हम,
जीने की कोई वजह बची नहीं अब ,
बस तेरी यादों के सहारे जी रहे है हम..!!
इन्तहा हो गयी इंतज़ार की,
आयी ना कुछ खबर मेरे यार की,
ये हमें है यकीन बेवफा वो नहीं,
फिर वजह क्या हुई इंतज़ार की..!!
जिसको सबसे ज्यादा चाहा था, उसने ही बेवफाई की,
नादान थी वो कुछ भी न समझी, प्यार को बदनाम किया,
खुद बना के खुद ही उजाड़ दिया हमारा आशियाना..!!
अब दोस्तो के दिलो में,
दोस्ती के फूल नहीं खिलते,
दिल में नफ़रत लिए हसकर मिलते हैं।
उसको बेवफा कैसे कह दूँ, जिसको चुना था हमने,
दिल उदास हो जाता है उसकी बेवफाई पे
जो प्यार था अपना और पसंद थी अपनी..!!
तुझे दुःख दूं ये कभी नहीं होगा क्यूंकि
हमें बेवफा लोगों से भी नफरत नहीं आती है !!
उनसे वफ़ा के बदले हमें कुछ न मिला
मगर उनकी बेवफाई ने हमें ग़मों का समंदर मिल गया..!!
मुझसे मेरी वफ़ा का सबूत मांग रहा है !
खुद बेवफ़ा हो के मुझसे वफ़ा मांग रहा है..!!
bewafa dost sad shayari
मेरे प्यारे मित्र होनहार हो गए है
बदलने का हुनर सिख लिया है उन्होंने।
अब दोस्तो के दिलो में
दोस्ती के फूल नहीं खिलते
दिल में नफ़रत लिए हसकर मिलते हैं।
मेरे बुरे समय में कुछ दोस्त
मेरी कमिया गिना रहे हैं
होकर मतबी वे दुसरो से दोस्ती
निभा रहे हैं।
उसके बुरे वक्त में
मैने उसका साथ दिया और
जब उसकी बारी आई तो उसने
साथ देने से साफ़ मना कर दिया।
दिल के ज़ख्मो को भरने दो
अभी आंसु निकले है और निकलने दो
मत पूछो किसने दिल दुखाया है
वरना दोस्तो के चहरे उतर जाएंगे।
घमंड था मुझे बोहोत
तुझ जैसे जिगरी यार पर
मगर उसने धोका दिया मुझे
विश्वास था जिस गद्दार पर।
उसने सारे रिश्ते तोड़ दिए
पता नहीं नराज किस बात से था
सबसे ज्यादा करीब था वो मेरे और
वाकिफ वो मेरे हर एक जज्बात से था।
किस पर भरोसा करे हमें
कुछ समझ में नहीं आता
हमें आता है दोस्ती निभाना
मगर धोका देना नहीं आता।
उसने दोस्ती का ऐसा सिला दिया
अपने मतलब के लिए उसने
मेरी दोस्ती को भुला दिया।
दर्द कम होता है मैखाने के जाम से
नफ़रत से हो गई है मुझे दोस्ती के नाम से।
दिल टूट जाएगा तेरा दोस्तो पर
ज्यादा ऐतबार मत करना
मुश्किल हो जाएंगा ये समझना
की उसने धोखा क्यों दिया।
सामने आते ही दोस्त दोस्त कहते हैं
वरना नफ़रत इतनी है दिल में कि
बरबाद करने की सोच रखते हैं।
गैरो के सामने अच्छे और
दिल में हम खराब हो गए
क्या करे कुछ लोग ऐसे ही होते हैं
ऐसे दोस्त जिंदगी में बेहिसाब हो गए।
हमें दोस्त बनाने का और
दोस्ती निभाने का बोहोत शोक था
sad shayari in hindi for love bewafa 2 line
वो मिली भी तो क्या मिली बन के बेवफा मिली,
इतने तो मेरे गुनाह ना थे जितनी मुझे सजा मिली।
अब भी तड़प रहा है तू उसकी याद में,
उस बेवफा ने तेरे बाद कितने भुला दिए।
अब के अब तस्लीम कर लें तू नहीं तो मैं सही,
कौन मानेगा कि हम में से बेवफा कोई नहीं।
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न वालों से हमने,
हसीन जिसकी जितनी अदा है वो उतना ही बेवफा है।
रुसवा क्यों करते हो तुम इश्क़ को, ए दुनिया वालो,
मेहबूब तुम्हारा बेवफा है, तो इश्क़ का क्या गनाह।
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेवफा मैंने तुझ को भुलाया नहीं अभी।
मेरी तलाश का है जुर्म या मेरी वफा का क़सूर,
जो दिल के करीब आया वही बेवफा निकला।
गर हमें तेरी बदनामियों का डर न होता,
न तू बेवफा कहती, न मैं बेवफा होता।
न जाने क्या है उसकी उदास आंखों में,
वो मुँह छुपा के भी जाये तो बेवफा न लगे।
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा,
जिन्हें दावा था वफ़ा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा।
काम आ सकी न अपनी वफायें तो क्या करें,
उस बेवफा को भूल न जाये तो क्या करे।
very sad bewafa shayari for broken heart boyfriend
हर पल कुछ सोचते रहने की आदत गयी है;
हर आहट पे च चौंक जाने की आदत हो गयी है;
तेरे इश्क़ में ऐ बेवफा, हिज्र की रातों के संग;
हमको भी जागते रहने की आदत हो गयी है।
एक बार रोये तो रोते चले गए;
दामन अश्कों से भिगोते चले गए;
जब जाम मिला बेवफाई का तो;
खुद को पैमाने में डुबोते चले गए।
उनकी मोहब्बत के अभी निशान बाकी है;
नाम लब पर है और जान बाकी है;
क्या हुआ अगर देख कर मुँह फेर लेते हैं;
तसल्ली है कि शक्ल की पहचान बाकी है।
वो निकल गए मेरे रास्ते से इस कदर कि;
जैसे कि वो मुझे पहचानते ही नहीं;
कितने ज़ख्म खाए हैं मेरे इस दिल ने;
फिर भी हम उस बेवफ़ा को बेवफ़ा मानते ही नहीं।
कभी करीब तो कभी जुदा था तू;
जाने किस-किस से ख़फ़ा है तू;
मुझे तो तुझ पर खुद से ज्यादा यकीन था;
पर ज़माना सच ही कहता था कि बेवफ़ा है तू।
ज़िंदगी से बस यही एक गिला है;
ख़ुशी के बाद न जाने क्यों गम मिला है;
हमने तो की थी वफ़ा उनसे जी भर के;
पर नहीं जानते थे कि वफ़ा के बदले बेवफाई ही सिला है।
महफ़िल में कुछ तो सुनाना पड़ता है;
ग़म छुपा कर मुस्कुराना पड़ता है;
कभी हम भी उनके अज़ीज़ थे;
आज-कल ये भी उन्हें याद दिलाना पड़ता है।
तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना;
तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना;
मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना;
शौंक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना।
आग दिल में लगी जब वो खफा हुए;
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए;
करके वफ़ा कुछ दे ना सकें वो;
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफा हुए।
bewafa sad shayari in hindi
वो मुझसे बिछड़ कर अब तक नहीं रोया
कोई तो हमदर्द है उसका
जिसने मेरी याद तक ना आने दी !
बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले,
बेवफाई मिले तो रोते हैं और वफा करो तो रुलाते हैं !
मोहब्बत से रिहा होना ज़रूरी हो गया,
क्यूँकि तेरा मुझसे बेवफा होना जरुरी हो गया
वफ़ा के तजुर्बे करते हुए उम्र गुजर गयी मेरी,
पर अब मेरा तुझसे जुदा होना ज़रूरी हो गया !
ना रूला मुझे इतना कि मेरी आंखों से आंसू ही सूख जाए
ना सता मुझे इतना कि मेरी साँसें ही मुझ से रूठ जाए !
अचानक चलते चलते पीछे मुड़ कर देखा तो
कुछ यादें मुस्करा रही थी और कुछ रिश्ते दम तोड़ रहे !
अब क्या बताये उनकी बेवफ़ाई की हद
वो हमसे इश्क सीखते रहे किसी ओर के लिए !
दिल के दरिया में धड़कन की कश्ती है,
ख़्वाबों की दुनिया में यादों की बस्ती है,
मोहब्बत के बाजार में चाहत का सौदा है,
वफ़ा की कीमत से तो बेवफाई सस्ती है !
यूँ है सबकुछ मेरे पास बस दवा-ए-दिल नही,
दूर वो मुझसे है पर मैं उस से नाराज नहीं,
मालूम है अब भी मोहब्बत करता है वो मुझसे,
वो थोड़ा सा जिद्दी है लेकिन वो बेवफा नहीं !
अपने तजुर्बे की आज़माइश की ज़िद थी,
वर्ना हमको था मालूम कि तुम बेवफा हो जाओगे !
ना जाने क्यूँ नज़र लगी ज़माने की
अब वजह मिलती नहीं मुस्कुराने की
तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज़ था
हमारी आदत छूट गयी मनाने की !
जहाँ पर नफरतों के खुरदरे दस्तूर होते हैं
वहाँ पर प्यार के किस्से बहुत मशहूर होते है
ये रिश्तों के उजालों में चमकते और बुझते हैं
कहीं ये अश्क होते हैं तो कहीं सिन्दूर होते हैं !
sad bewafa shayari 2 line
मिल ही जाएगा कोई ना कोई टूट के चाहने वाला,
अब शहर का शहर तो बेवफा हो नहीं सकता।
बेवफा वक़्त था? तुम थे? या मुकद्दर था मेरा?
बात इतनी ही है कि अंजाम जुदाई निकला।
अपने तजुर्बे की आज़माइश की ज़िद थी,
वर्ना हमको था मालूम कि तुम बेवफा हो जाओगे।
बेवफ़ाओं की महफ़िल लगेगी ऐ दिल-ए-जाना,
आज ज़रा वक़्त पर आना मेहमान-ए-ख़ास हो तुम।
न रहा कर उदास ऐ दिल किसी बेवफा की याद में,
वो खुश है अपनी दुनिया में तेरा सबकुछ उजाड़ के।
वो बेवफा हर बात पे देता है परिंदों की मिसाल,
साफ साफ नहीं कहता मेरा शहर छोड़ दो।
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न वालों से हमने,
हसीन जिसकी जितनी अदा है वो उतना ही बेवफा है।
रोये कुछ इस तरह से मेरे जिस्म से लिपट के,
ऐसा लगा के जैसे कभी बेवफा न थे वो।
तू भी आईने की तरह बेवफा निकला,
जो सामने आया उसी का हो गया।
आता नहीं ख्याल अब अपना भी ऐ जलील
एक बेवफा की याद ने सब कुछ भुला दिया।
इतनी मुश्किल भी ना थी, राह मेरी मोहब्बत की,
कुछ ज़माना खिलाफ हुआ, कुछ वो बेवफा हो गए।
जिनकी शायरियों में दर्द होता है,
वो शायर नही किसी बेवफा का दीवाना होता है।
sad shayari for bewafa girl friend
कैसी मोहब्बत है तेरी
महफ़िल में मिले, तो अंजान कह दिया
तन्हा जो मिले, तो जान कह दिया…
काश कैद कर ले वो पागल,
मुझे अपनी डायरी में…
जिसका नाम छिपा होता है
मेरी हर शायरी में…
कोई प्यार में दिल तोड़ देता है
तो कोई भरोसा तोड़ देता है
कुछ सीखना है तो उस गुलाब से सीखे
जो खुद टूट के दो दिलों को जोड़ देता है…
तुम नहीं मिले तो क्या हुआ
सबक़ तो मिल गया…
क्यों जिंदगी इस तरह तुम दूर हो गए,
क्या बात है जो इस तरह मगरूर हो गए,
हम तरसते रहे तुम्हारा प्यार पाने को,
बेवफा बनकर तुम तो मशहूर हो गए
मत पूछो दोस्तों ये इश्क़ कैसा होता है,
जो रुलाता है ना
उसके ही गले लग के रोने को जी चाहता है…
टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता,
इश्क़ में मरीज को आराम नहीं आता,
ये बेवफा दिल तोड़ने से पहले ये सोच तो लिया होता,
के टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता
झूठ बोलकर भरोसा तोड़ने से अच्छा है,
सच बोलकर रिश्ता तोड़ लिया जाए,
रिश्ता फिर जुड़ जाएगा,
भरोसा कभी नहीं जुड़ता…
हमने भी कभी प्यार किया था,
थोड़ा नही बेशुमार किया था,
दिल टूट कर रह गया जब उसने कहा,
अरे मैंने तो मज़ाक किया था…
इतने बुरे ना थे जो ठुकरा दिया तुमने हमें,
तेरे अपने फैसले पर एक दिन☝️ तुझे भी अफसोस होगा…
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी
ज़िंदगी रही तो हर दिन तुम्हे याद करते रहेंगे,
भूल गया तो समझ लेना भगवान ने हमें याद कर लिया…
sad shayari in english for love bewafa
how is your love
When met in a gathering, he was called a stranger
When you meet alone, you call it life…
I wish he could imprison that madman,
me in my diary…
whose name is hidden
In every poem of mine…
someone breaks hearts in love
so someone breaks the trust
If you want to learn something, learn from that rose
The one who himself joins two broken hearts.
what if you don’t get
Lesson learned…
Why live like this you got away,
What is the matter that became proud like this,
We yearn to get your love,
you became famous by being unfaithful
Don’t ask friends, how is this love,
that makes you cry
I want to cry hugging him only…
There is no jam in a broken cup,
The patient does not feel comfortable in love,
This unfaithful heart must have thought before breaking,
a broken heart is of no use to anyone
It is better to lie than to break trust
Break the relationship by telling the truth
The relationship will be restored
Trust never connects…
we used to love once
I did a little not a lot,
Heartbroken when she said,
oh, I was kidding…
We were not so bad that you rejected us,
One day you will also regret your own decision…
Sometimes sorrow and sometimes loneliness killed,
Sometimes remembering their separation killed me,
The one whom we wanted very brokenly,
In the end, it was his infidelity that killed him.
If life lasts, I will keep remembering you every day,
If you forget then understand that God has placed you.
bewafa dosti sad shayari
सब की ज़िन्दगी में खुशियाँ देने वाले दोस्त तेरी ज़िन्दगी में कोई गम न हु
तुझे तब दोस्त मिलते रहे अच्छे अच्छे जब इस दुनियां में हम न हो।
किसी दिन तुम्हारी याद ना आये तो,
मुझे मतलबी ना समझ लेना मेरे दोस्त
क्या करूँ इस छोटी से उम्र में परेशानी बहुत है
तेरी दोस्ती के लिए अपना दिल तोड़ सकता हूं,
लेकिन अपने दिल के लिए तेरी दोस्ती नहीं तोड़ सकता।
बचपन में मेरे दोस्तों के पास घड़ी नहीं था,
लेकिन समय सबके पास था आज सबके पास घड़ी है
पर समय नहीं।
खता मत गिन दोस्ती में कि किसने क्या गुनाह किया,
दोस्ती तो एक नशा है जो तूने भी किया और मैंने भी किया।
वैसे तो मुझे घूमने का कोई शौक नहीं है पर घूमता हूँ,
क्योंकि मेरे दोस्त को मेरे साथ घूमना अच्छा लगता है।
इस दोस्ती को दोस्ती ही रहने दो न,
ऐसा क्या गुनाह किया है मैंने जो प्यार करना सिखा रहे हो।
अब बिना मतलब के दोस्तों का मिलना भी नसीब नहीं होता,
वो भूल जाते है हमें जब हमसे कोई काम नहीं होता
सब कुछ मिलेगा इस दुनियां में लेकिन
पुराने दोस्त और उनके साथ बिताए
अनमोल पल लौट के नहीं मिलने वाले।
दोस्त कितना भी गंदा हो उसे कभी मत छोड़ना यार,
क्योंकि पानी कितना भी गंदा हो आग बुझाने तो काम आता है।
की नशा सिगरेट का होता तो छुट्टी गयी होती,
लत दोस्ती की लगी हैँ जान के साथ जाएगी।
दिन हुआ है तो रात भी होगी,
हो मत उदास कभी बात भी होगी,
इतने प्यार से दोस्ती की है,
जिन्दगी रही तो मुलाकात भी होगी।
पागल है वह लोग जो सोचते हैं की हमारी दोस्ती की एकता को,
तोड़ देंगे, बेटा कोशिश भी ना करियो वरना हड्डियां पूरी 206 तोड़ देंगे।
bewafa sad heart touching shayari
उसने Bewafai में सभी हदें पार कर दी,
मोहब्बत का नाटक हमारे साथ और वफ़ा किसी गैर के साथ।
दिल भर ही गया है तो मना करने में डर कैसा,
मोहब्बत में बेवफाओ पर कोई मुकदमा थोड़े होता है..!!
आखिर उसने किसी गैर के दिल की सुनी,
मेरी हक़ीकत जाने बिना बेवफा बना दिया हमें,
मगर याद करना मेरी वफ़ाएं याद कर पछताओगे और रोओगे!!
मेरी हक़ीकत जाने बिना वो मुझसे जुदा हो गयी,
मेरी सुनाने की जब बारी आयी तो उसने अपना फैसला बता दिया!!
जैसे बदले मौसम वैसे बदली तुम,
नयी हसरतों के सेज पर नया फूल सजा लिए तुमने,
बजाए बेवफा तुम जिसका मुझे दर था..!!
मेरी प्यार की कहांनी तो उसने ख़तम करदी,
मुझे मेरी बर्बादी का कोई गम नहीं है ,
हशर यही तो होता है दीवानो का!!
तेरी बेरुखी देख कर दिल करता है तुजसे बहुत दूर चला जाऊँ
आसमान के इन तारो मे कही खो जाऊँ
मेरे प्यार की कदर नहीं है उस पत्थर दिल को
हमारी वफाओं को याद करके रोयेगी!!
मेरी आँखों से बहने वाले न थमने वाले ये आँसूं ,
बार बार तुमसे तुम्हारी बेवफाई का कारण पूछ रहे हैं।
हम गम, तन्हाई और जुदाई से मरते रहे
और वो बेवफा बनके चुप बैठे रहे ।
दिल लगा के दिल तोड़ गयी वो,
प्यार का पाठ पढ़ा कर भूल गयी हमें,
ओ बेवफा,अब किसी से भी दिल मत लगाना ,
क्यूंकि वो भी मेरी तरह चैन की सांस ना ले पाएगी!!
दुनिया को दिखाने के लिए हस्ता हूँ,मगर अंदर ही अंदर रोता हूँ …
किसी को अपना दर्द नहीं दिखता कहीं लोग प्यार करना न भूल जाएं
तेरी बेवफाई के बारे मैं बहुत सुना था ,
फिर भी तेरे से दिल लगा बैठे,
भूल हमारी थी, उससे चाहत लगा बैठे,
जो बेवफा से वफ़ा की उम्मीद कर बैठे!!
bewafa sad hindi shayari
उसने Bewafai में सभी हदें पार कर दी,
मोहब्बत का नाटक हमारे साथ और वफ़ा किसी गैर के साथ।
दिल भर ही गया है तो मना करने में डर कैसा,
मोहब्बत में बेवफाओ पर कोई मुकदमा थोड़े होता है..!!
आखिर उसने किसी गैर के दिल की सुनी,
मेरी हक़ीकत जाने बिना बेवफा बना दिया हमें,
मगर याद करना मेरी वफ़ाएं याद कर पछताओगे और रोओगे!!
मेरी हक़ीकत जाने बिना वो मुझसे जुदा हो गयी,
मेरी सुनाने की जब बारी आयी तो उसने अपना फैसला बता दिया!!
जैसे बदले मौसम वैसे बदली तुम,
नयी हसरतों के सेज पर नया फूल सजा लिए तुमने,
बजाए बेवफा तुम जिसका मुझे दर था..!!
मेरी प्यार की कहांनी तो उसने ख़तम करदी,
मुझे मेरी बर्बादी का कोई गम नहीं है ,
हशर यही तो होता है दीवानो का!!
दुनिया को दिखाने के लिए हस्ता हूँ,मगर अंदर ही अंदर रोता हूँ …
किसी को अपना दर्द नहीं दिखता कहीं लोग प्यार करना न भूल जाएं
तेरी बेवफाई के बारे मैं बहुत सुना था ,
फिर भी तेरे से दिल लगा बैठे,
भूल हमारी थी, उससे चाहत लगा बैठे,
जो बेवफा से वफ़ा की उम्मीद कर बैठे!!
तेरी बेरुखी देख कर दिल करता है तुजसे बहुत दूर चला जाऊँ,
आसमान के इन तारो मे कही खो जाऊँ,
मेरे प्यार की कदर नहीं है उस पत्थर दिल को ,
हमारी वफाओं को याद करके रोयेगी!!
मेरी आँखों से बहने वाले न थमने वाले ये आँसूं ,
बार बार तुमसे तुम्हारी बेवफाई का कारण पूछ रहे हैं।
हम गम, तन्हाई और जुदाई से मरते रहे
और वो बेवफा बनके चुप बैठे रहे ।
दिल लगा के दिल तोड़ गयी वो,
प्यार का पाठ पढ़ा कर भूल गयी हमें,
ओ बेवफा,अब किसी से भी दिल मत लगाना ,
क्यूंकि वो भी मेरी तरह चैन की सांस ना ले पाएगी!!
bewafa sad shayari in hindi for girlfriend
तेरे दिल की महफिल सजाने आए थे,
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे!
ये तो बता किस बात की सजा दी तूने ओ बेवफा।
हम तो तेरे दर्द को अपना दर्द बनाने आए थे॥
कि प्यार तो मैं तुझसे बहोत करता हूँ !
लेकिन तेरी हकीकत भी जनता हूँ !
इसलिए तेरी गली तक तो जाता हूँ !
पर तेरी चौखट से ही लौट आता हूँ ॥
आजकल तुम दिखाई नहीं देती !
ये बताओ कहीं शुमार हो क्या ?
हुश्न भी अच्छा है, अदाएं भी देखी है!
पर ये बताओ वफ़ादार हो क्या!!
जाना ही था तो बता कर जाती,
यूं बेवफ़ा का इल्जाम खुद पर ना लगवाती!!
हमने सोचा था कि हम ही तड़प रहे है,
तुम्हारी यादों में ! पर आंखे बता रही है,
नींद रात भर आपको भी नहीं आती !!
तेरा दिया हुआ जख्म मेरे काम आ गया…
भरी महफिल में मैंने बेवफा कहा…
और सब के लबो पे तेरा नाम आ गया॥
कि मुझको सिर्फ उसका नशा है,
मुझ पर कोई भी नशा वार नहीं करता !
और मैं जानबूझ कर दिखता हूँ मजनू जैसा !
इसलिए मुझसे कोई प्यार नहीं करता !!
मैंने वक्त के पहिये को,
धीरे और तेज चलते देखा है,
अरे तुम गैरो की बात करते हो,
मैंने अपनों को बेवफा करते देखा है॥
उसको याद करते-करते मैं मर ना जाऊ कहीं!
एक फकीर ने हाथ देखकर कहा…
वो तेरी किश्मत में तो है, पर लकीरों में नहीं!!
मैं उसकी चाहत पूरी नहीं कर सकता !
उसकी चाहतें बड़ी है !!
मैं तो सिर्फ उसके पीछे पड़ा था !!
वो 3-4 के पीछे पड़ी है !!
मुझसे ऊंची डाली मिली तो,
उस पर जा बैठे तुम!!
दिल में बसाया था तुम्हें ,
सर पर आ बैठे तुम !!
love sad bewafa shayari
मोहब्बत करे तो लगता हे जैसे,
मौत से भी बड़ी ये एक सज़ा हे जैसे
किस किस से शिकायत करे हम,
जब अपनी हे तक़दीर हे बेवफा हो.
आज अभी उनकी नज़र में राज़ वही था ,
चेहरा वही था चेहरे का लिबास वही था
कैसे उन्हें बेवफा कह दूं आज भी
उनके देखने का अंदाज़ वही था !
वो खून करके मेरे दिल का बेगुनाह कहलाते हे,
छेड़कर मेरे ज़ख़्मो को बेशर्मी से मुस्कुराते हे
बड़े बेदर्द होते हे वो हसीन अदा ओ वाले,
जो चहेरे से बड़े हे मासूम नज़र आते हे.
बेवफाई उसकी मिटा के आया हूँ;
ख़त उसके पानी में बहा के आया हूँ;
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को;
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ
जिस गुलशन को मैने लहू से सजाया था,
हर फूल को मैने खून-ए-जिगर पिलाया था
, उससे वीरान कर दिया तेरी बेवफ़ाई ने,
और मैने तुझको वफ़ा की देवता बनाया था.
उनकी आँखो मे इस कदर का नूर हे की,
उनके ख़यालो मे रोना भी मंज़ूर हे.
बेवफा भी नही कहे सकते उन्हे क्यू की
प्यार तो हमने किया था वो तो बेकसूर हे.
आग दिल मे लगी जब वो खफा हुए
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
कर के वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए.
एक तेरी खातिर परेशाँ हूँ मैं;
टूटे दिलों की जुबाँ हूँ मैं;
तूने ठुकराया जिसको अपनाकर;
उसी दीवाने का गुमां हूँ मैं।
आकाश मे डूबा एक प्यारा तारा हे,
हमको तो किसी की बेवफ़ाई ने मारा हे
हम उनसे अब भी मोहब्बत करते हे,
जिसने हमे मौत से भी पहेले मारा हे.
sad bewafa sanam shayari
गिरा दे कितना भी नजरों से मुझे,
झुकने पर मजबूर तो मैं तुझे भी कर दूंगा!
और एक बार महफिल बदनाम
करके तो देख ओ बेवफा मुझे !
कसम से पूरे शहर में मशहूर मैं तुझे भी कर दूंगा!!
बेवफ़ाई की सारी हदे वो पार कर चुकी होगी!
अपने बदन की आबरू तार-तार कर चुकी होगी!
मेरे अलावा किसी और के साथ हमबिस्तर,
होकर वो ये कमाल कर रही होगी,
और ये किसकी उँगलियाँ है तेरे बदन पर,
उसके बिस्तर की चादर भी,
उससे ये सवाल कर रही होगी!!
तूने रिस्ता तोड़ा, मजबूरी होगी मैं मानता हूँ!
मुझे तो निभाने दे, मैं तुझसे भला क्या मांगता हूँ!
मुझे दर्द में देखकर वो मुस्कुरा रही है !
और मैं भी कितना पागल हूँ,
वो खुश रहे ! यही दुआ मांगता हूँ !!
मेरी आँखों से आशू नहीं रुक रहे !
और एक तू है कि हस के बात कर रही है।
लहजे में माफी, आँखों में शरम तक नहीं!
ये एक्टिंग का कोर्स तू लाजवाब कर रही है॥
तेरी हर हकीकत से रूबरू हो गया हूँ मैं!
ये पर्दा किस बात का कर रही है !
एक मैं हूँ कि आँखों से आशू नहीं रुक रहे!
और तू है की हस कर बात कर रही है।
ए बेवफा क्या तुझे थोड़ी सी शर्म आती है?
घड़ी मुझे गिफ्ट करके,
समय किसी और के साथ बिताती है!!
रूबरू ना हो पाया उससे बिछड़कर कभी,
पर उसकी आँखों को मैंने दिल के करीब रखा है,
इश्क़ के दस्तूर बड़े अच्छे से निभाना जानती है वो,
मेरे रकीब के लिए एक नया रकीब रखा है॥
कर के मुझ पर यूं जुल्म बेइन्तेहा !
कहती है चलो तुम्हें आज माफ करते है!!
धूल जमी थी खुद के चेहरे पर…
कहती है चलो आईना साफ करते है॥
sad bewafa shayari in english
padhta raha main mohabbat ka
kalma hamesha mere hujre me..
lekin bewafa, pyar mera adhura
hi raha teri najron mein….
mohabbat ki najron se mili
dil ko rahat samajh baithe..
bewafa sanam ki dillagi
ko hi ham chahat samajh baithe….
tujhe apna khuda banata chala gaya
geeton mai tujhe gungunata chala gaya..
kisi bewafa ki yaadon mein main
khud ka wajood mitata chala gaya…
gamon ka sama badal sakta tha
andhero se ujala nikal sakta tha..
bewafa ne thukrane mein badi jaldi ki
main uske mutabik dhal sakta tha…
meri aankhon mein thehra pani hai
mujhe yaad apni puri kahani hai..
jo kitab mein dam tod chuka, bewafa
woh gulab kiski nishani hai..
woh har baar pahle badalta kyon hai
tere naam se dil machalta kyon hai..
bewafa tere ishq ne kiya barbad
teri yaadon me din dhalta kyon hai..
ujhe Usake Aanchal Ka Aashiyaana Na Mila,
Usakee Zulfon Kee Chhaanv Ka Thikaana Na Mila,
Kah Diya Usane Mujhako Hee Bevapha
Mujhe Chhodane Ke Lie Koee Bahaana Na Mila…
Wo Dil Mein Tha Magar Najron Se Door Tha,
Ki Uski Yaad Mein Rona Bhi Manjoor Tha,
Bewafa Hai Wo Ye Keh Bhi Nahi Sake Hum,
Pyar To Humne Kiya Uska Kya Kasoor Tha…
eri judaai ka gam sahana pada
muddaton bin tere hamen rahana pada..
bewafa ne dhahaaye sitam wafa mein
alvida use jeete ji kahana pada..
Aag Dil Me Lagi Jab Wo khafa Hue
Mehsoos Hua Tab, Jab Wo Juda Hue
Kar K Wafa Kuch De Na Sake Wo
Per Bahut Kuch De Gaye Jab Wo Bewafa Hue…
Tum Agar Yaad Rakho Gey to Inayat Hogi,
Warna ham ko Kahan Tum se Shikayat Hogi,
Ye to Bewafa logon ki Dunya hai,
Tum agar Bhool b Jao to Riwayat Hogi
Bewafa sad shayari
करके वादा मुकर गया आखिर,
तू भी दिल से उतर गया आखिर
बरबाद करना था तो किसी और
तरीके से करते
जिन्दगी बनकर जिन्दगी से जिन्दगी
ही छीन ली तुमने.!
कुछ और पता नहीं मुझे पर
जिसके लिए में रोई हूँ
तू वो पहला इंसान है..!!
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