शायर जौन एलिया के 50 बेहतरीन शेर में आपको मोहब्बत, दर्द, तन्हाई और ज़िंदगी से जुड़े बेहतरीन शेर पढ़ने को मिलेंगे। जौन एलिया की शायरी उनकी गहरी सोच, तन्हाई और मोहब्बत के दर्द को बयां करती है। अगर आप उर्दू शायरी के शौकीन हैं, तो ये बेहतरीन शेर आपको ज़रूर पसंद आएंगे।
जौन एलिया उर्दू अदब के वो शायर हैं जिन्होंने मोहब्बत, दर्द, तन्हाई और ज़िंदगी के हर पहलू को अपनी शायरी में बखूबी उकेरा है। उनकी शायरी में गहराई, तंज़, मोहब्बत की कसक और इश्क़ की उदासी का अनूठा संगम देखने को मिलता है। अगर आप भी शायर जौन एलिया के बेहतरीन शेर पढ़ना चाहते हैं, तो यह 50 शानदार शेर आपको ज़रूर पसंद आएंगे।
💔 पहले 15 बेहतरीन शेर – मोहब्बत और दर्द – जौन एलिया
उर्दू शायरी की दुनिया का एक ऐसा नाम है, जिसकी शायरी मोहब्बत, दर्द और तन्हाई के एहसास को बखूबी बयां करती है। उनकी ग़ज़लें और शेर सीधे दिल में उतर जाते हैं और हर आशिक़ की अधूरी मोहब्बत की कहानी लगते हैं। अगर आप भी जौन एलिया की गहरी और भावनात्मक शायरी के दीवाने हैं, तो यहां पेश हैं पहले 15 बेहतरीन शेर जो मोहब्बत और दर्द की सच्ची तस्वीर पेश करते हैं।
मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं – जौन एलिया
अब नहीं कोई बात ख़तरे की, अब सभी को सभी से ख़तरा है – जौन एलिया
जो गुज़ारी न जा सकी हम से, हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है – जौन एलिया

हम पर अब भी तिरी नज़रों का क़ब्ज़ा है
हालाँकि तुझे देखे हुए एक ज़माना हो गया – जौन एलिया
उसे पढ़ने का शौक था बहुत,
मेरी आँखें किताब कर गया – जौन एलिया
मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस,
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं – जौन एलिया
लोग कहते हैं उसे अब भी मोहब्बत है मुझसे,
जो मेरा हाल है, क्या वो किसी से भी मोहब्बत का है – जौन एलिया
तुम से पहले भी तो इक शख़्स यहाँ रहता था,
वो जो अब तक मेरे लहजे से झलकता है – जौन एलिया
बिछड़ के तुझ से न जाना कहाँ कहाँ रोया,
कि हर जगह तिरा साया नज़र आता था – जौन एलिया
अब तुझ से भी दिलचस्प नहीं कोई कहानी,
अब जिस से भी मिलते हैं बिछड़ जाते हैं – जौन एलिया
ज़िंदगी इक सज़ा है और हम क़ैदी,
जो रह गए हैं यहाँ वो निभा रहे हैं – जौन एलिया
तू भी ख़्वाबों में ही मिलता है मुझे,
ज़िंदगी की भीड़ में अब तेरा पता नहीं – जौन एलिया

इश्क़ ने ग़ालिब निकम्मा कर दिया,
वरना हम भी आदमी थे काम के – जौन एलिया
ख़ुदा को भी मेरा हाल बताने गए थे लोग,
वो पूछ बैठे कौन, अब उन्हें क्या जवाब दूँ – जौन एलिया
हमें भी नींद आ जाएगी हम भी सो ही जाएँगे,
अभी कुछ बेख़बर से हैं ज़रा जागे हुए से हैं
मोहब्बत और तन्हाई का एहसास – 15 और बेहतरीन शेर – जौन एलिया

कौन इस घर की देख-भाल करे,
रोज़ इक चीज़ टूट जाती है
न तुझसे उम्मीदें थीं, न हमसे वफ़ाएँ थीं,
मगर फिर भी मोहब्बत बे-इंतहा थी
वो मुझे छोड़ के जिस हाल में जाने निकले,
अब न जीना है न मरना है, न कुछ चाहना है
बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो न थी,
जैसी अब है तिरी महफ़िल कभी ऐसी तो न थी
वो जो अपना था, वो अपना नहीं रहा,
इश्क़ का दर्द था और कुछ भी नहीं रहा
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें,
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें
मुझ को अच्छा नहीं लगता कोई मुझ सा लेकिन,
अब कोई और भी अच्छा नहीं लगता मुझ को
मेरे अपने मुझे समझते नहीं,
इसलिए मुझ को ग़ैर कहना पड़ा
कभी जो हम से भी कोई सवाल करता था,
अब वो किसी और से जवाब मांगता है
अब मेरी कोई मंज़िल नहीं,
अब मुझे कहीं नहीं पहुँचना
इश्क़, जुदाई और तन्हाई के दर्द भरे 25 शेर

हम भी अब मोहब्बत के काबिल नहीं रहे,
जब दिल ही नहीं रहा तो दिल नहीं रहे
कोई भी रिश्ता यहाँ उम्रभर नहीं रहता,
इंसान तो क्या, दर्द तक साथ छोड़ जाते हैं
मैं अपने ग़मों का शायर हूँ,
और मैं अपने ग़मों का आशिक़ भी हूँ
मोहब्बत भी अब कहाँ वफ़ा जैसी रही,
लोग अब इसे बस वक़्त गुज़ारी कहते हैं
तेरा हुस्न अब मेरी मोहब्बत का मोहताज नहीं,
अब तुझसे ज्यादा मुझे तेरा तसव्वुर पसंद है
मुझे मोहब्बत की सज़ा मिली,
और वो भी ऐसे कि अब किसी से मोहब्बत करने का दिल नहीं करता
अब तुझसे कोई शिकायत नहीं,
अब हम तन्हाई के इतने आदी हो गए हैं कि किसी और का साथ अजनबी सा लगता है
तेरी यादों के दिए अब भी जल रहे हैं,
बस मेरी आँखों का उजाला थोड़ा कम हो गया है
कभी-कभी तेरा ख़याल भी मरहम सा लगता है,
और कभी ज़ख्मों को कुरेद देता है
अब कौन मुझे तसल्ली देगा,
जिससे दिल की बात कहनी थी, वही गैर हो गया
मैंने अपने आपको बहुत समझाया,
मगर मोहब्बत अब भी तुझसे ही करती है
तू मेरे जज़्बातों का एहसास नहीं कर सकता,
मैंने तुझे सिर्फ़ चाहा नहीं, इबादत की है
हमें खोकर वो बहुत खुश है,
अब हमें भी उसके फैसले पर कोई ऐतराज नहीं
अब मेरी आँखों में कोई ख्वाब नहीं,
तेरी जुदाई ने हर ख़्वाब को तोड़ दिया
लोग कहते हैं तेरा दर्द कम हो जाएगा,
मुझे समझ नहीं आता कि तेरा ना होना कैसे भूल सकता हूँ

बड़े अजीब होते हैं ये मोहब्बत करने वाले,
जो सबसे ज्यादा दर्द देते हैं, उन्हीं से इलाज की उम्मीद रखते हैं
तुमसे बिछड़ कर भी तुम्हें चाहा है,
मोहब्बत कभी दूरियों की मोहताज नहीं होती
तेरे बिना ज़िंदगी अधूरी सी लगती है,
जैसे कोई किताब जिसके सबसे खूबसूरत पन्ने ग़ायब हों
कभी सोचा था कि तुझे भूल जाऊंगा,
अब भूलने की कोशिश में तुझे और याद कर बैठा हूँ
अब तेरा नाम लेने से भी डरता हूँ,
मोहब्बत में लोग बिछड़ जाते हैं
मैं जानता हूँ कि तुम अब मेरे नहीं रहे,
पर दिल है कि इस हकीकत को मानने को तैयार नहीं
मुझे उसके सिवा कुछ पसंद नहीं था,
अब मुझे कुछ भी पसंद नहीं
जो अपना था वो अपना नहीं रहा,
बस एक दिल था, वो भी अब रहा नहीं
मैंने ज़िंदगी से बहुत कुछ सीखा है,
मगर सबसे बड़ा सबक यही था कि मोहब्बत सिर्फ़ तकलीफ देती है
अब तुझसे कोई शिकवा नहीं,
बस दिल करता है कि तुझे फिर से देख लूँ
निष्कर्ष – शायर जौन एलिया के 50 बेहतरीन शेर
जौन एलिया की शायरी सिर्फ अल्फ़ाज़ नहीं, बल्कि एक गहरी सच्चाई है जो मोहब्बत, तन्हाई, दर्द और जुदाई के हर एहसास को बयां करती है। उनकी ग़ज़लों और अशआर में एक ऐसा दर्द छुपा होता है, जो हर दिल की कहानी लगती है। चाहे इश्क़ की मिठास हो या जुदाई का ग़म, जौन एलिया ने हर भावना को अपने बेजोड़ अंदाज़ में पेश किया है।
अगर आपको शायर जौन एलिया के 50 बेहतरीन शेर पसंद आए, तो इन्हें अपने दोस्तों और चाहने वालों के साथ ज़रूर शेयर करें। उनकी शायरी हर उस दिल के लिए है, जिसने कभी मोहब्बत की है या उसे खोया है। जौन एलिया की शायरी हमेशा ज़िंदा रहेगी, क्योंकि उनका हर शेर एक एहसास, एक गहरी सोच और एक अनकही दास्तान है।